2024-04-09T09:08:44
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
( हिंदू नववर्ष के पावन पर्व पर एक कविता )
" घर-घर हम भगवा ध्वज
फहरायेंगे !
घर-घर होगा दीपोत्सव, चहुं
ओर उजियारे-दीप
जगमगायेंगे...!!
हमें अपनी सनातन-संस्कृति
पे गर्व है, यह हिंदू नववर्ष
बड़ी धूमधाम से
मनायेंगे !
रंगोली के रंगों से सजेगा यह
भारतीय विक्रम संवत २०८१
मन-मंदिरों में आरत-थाल
सजायेंगे...!!
चप्पे-चप्पे पे होगी भगवा रौनक
नगाड़ा-मदृंग-ढ़ोल संग शंख भी
बजायेगें !
विश्व पटल के साथ-साथ ,
जयघोष की गूंज दूर गगन तक
गूंजीयायेंगे...!!
प्रत्येक जन के घर हो सु:ख-
समृद्धि-तरक्की-उन्नति, इस
पावन बेला में ऐसे सुमधुर
गीत गायेंगे !
हर हिंदू के माथे पे केसरिया
ललाट चमके, माथे पे चंदन
महक महकायेंगे...!!
घर-घर हम भगवा ध्वज
फहरायेंगे !
घर-घर होगा दीपोत्सव , चहुं
ओर उजियारे-दीप
🙏 विक्रमी संवत्...नव संवत्सर
२०८१...
इस संवत्सर सौर मंडल के राजा मंगल और मंत्री शनि, वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर सभी देशवासियों को तथा इष्ट मित्रों को बहुत-बहुत बधाई, हार्दिक शुभकामनाएं...!!! 🚩🕉️🚩
🙏 चैत्र नवरात्रि पर्व की भी सभी को हार्दिक बधाई एवं ढ़ेरों-ढ़ेरों शुभकामनाएं...!!! 🚩🕉️🚩
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
🙏जय श्री राम 🙏जय श्री राम
🙏जय माता दी, जय माता दी 🙏
Have a question? Ask here!
Required fields are marked *